कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।
जहाँ तक रास्माता मालूम था हमसफर चलते गए,
जो सूख जाये दरिया तो फिर प्यास भी न रहे,
रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।
वो आँखें कितनी क़ातिल हैं वो चेहरा कैसा लगता है।
क़यामत देखनी हो अगर चले जाना किसी quotesorshayari महफ़िल में,
ज़ालिम दुनिया समंदर है किनारा मुमकिन नहीं।
सौदा करते हैं लोग यहाँ एहसासों के बदले,
वो किताबें भी जवाब माँगती हैं जिन्हें हम,
हुजूर लाज़िमी है महफिलों में बवाल होना,
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता,
खुदा की तरह चाहने लगे थे उस यार को, वो भी खुदा की तरह हर एक का निकला।
नजर तुमसे जो मिल जाये ज़माना भूल जाता हूँ।