ज़ुल्फ़ें भी सुना है कि संवारा नहीं करते,
एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
तुम्हारे लब को छूने का इरादा रोज करता हूँ,
कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
भटका हूँ तो क्या हुआ संभालना भी खुद को होगा।
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
जिंदगी के एक झोंके से सारे पन्ने पलट गए,
कभी उनकी याद आती है कभी उनके ख्वाब आते हैं,
सूरज की तरह तेज मुझमें मगर मैं ढलता रहा,
कुछ बदल जाते हैं, कुछ मजबूर हो जाते हैं,
मगर उसका बस नहीं Love Quotes चलता मेरी वफ़ा के सामने।